Morari Bapu Shayari-इस पोस्ट में महान पूज्य श्री मोरारी बापू जी के द्वारा कहा गया बेहतरीन शायरी शेयर किया है -मोरारी बापू शायरी स्टेटस-Morari Bapu Shayari-Morari Bapu Quotes on Life in Hindi-मोरारी बापू के अनमोल विचार।
मोरारी बापू आध्यात्मिक गुरु एवं कथावाचक हैं इनका जन्म 25 सितंबर 1946 को तालगरजदा महुवा गुजरात में हुआ था इनका पूरा नाम मोरारिदास प्रभुदास हरयाणी है लेकिन लोग इन्हे प्यार से बापू कह के बुलाते हैं इनके पिताजी का नाम प्रभुदास हरियाणी है और माता जी का नाम सावित्री बैन हरयाणी है मोरारी बापू महान राम कथावाचक है अभी तक ये हजार से भी ज्यादा राम कथा कह चुके हैं।
top Morari Bapu Quotes on Life in Hindi
गम का खज़ाना तेरा भी है मेरा भी है ,
ये नज़राना तेरा भी है मेरा भी है ,
अपने गम को गीत बनाके गा लेना
राग पुराना तेरा भी है ,मेरा भी है।
तू मुझको और मैं तुझको समझाऊ क्या
दिल दीवाना तेरा भी है ,मेरा भी है ,
लाख छिपाये तो भी वो
अपना मूड नहीं बदल सकता है
और कुछ भी करे तो मैं भी
अपना मूड बदलने वाला नहीं
छिप न सकेगा इसक हमको
चारो तरफ है उनका नजारा
पर्दा नहीं जब कोई खुदा से
फिर बंदो से पर्दा करना क्या
और प्यार किया तो डरना क्या।
मुझे छोड़ के वो खुश है
तो शिकायत कैसी।
अब मैं उसे कहु सीध न
देख सकू तो मोहब्बत कैसी।
फुर्सत मिले तो उनका हाल भी पूछ लिया करो ,
जिनके सिने में दिल की जगह तुम धड़कते हो।
कितना महफूज हु मैं कोने में ,
कोई अर्चन नहीं अब रोने मे।
उसको मैंने बचा लिया वर्णा
डूब जाता वो मुझे डुबोने में।
मोरारी बापू Shayari ,quotes ,poetry in hindi
जब मैं मिलने जाता हु तो साँसे भीग जाती है
और जब मोहब्बत पाता हु तो आँखे भीग जाती है।
दिन है कदमो में किसी के सर झुका हो या न हो
बंदगी तो अपनी फिदरत है खुदा हो या न हो।
इसक की ये भी एक मंजिल थी ,
हर कदम पर फरेब खाया गए ,
सितारों को आँखों में महफूज़ रखना
बहुत देर तक रात ही रात होगी
मुसाफिर हो तुम भी मुसाफिर हु मैं भी
किसी मोड़ पर फिर मुलाकात होगी।
छलक जाती है ये आँखे बिना बात के जब भी ,
समझ जाता हु कहि सायद तू मुझे याद कर रही है।
आधी रात निखंड के लोग नगर के सोये
जिसको चिंता यार की वो खान से सोये।
लोग नाहक किसी मजबूर को
बुरा कहते हैं आदमी तो अच्छे हैं
लेकिन वक्त बुरा होता है।
आग पीके भी रौशनी देता है
माँ के तरह ही है ये दिया कुछ कुछ।
Morari Bapu poetry in hindi
मजाक ज़िंदगी में हो ये तो कोई बात नहीं
मजाक किसी की ज़िंदगी की हो
ये बिलकुल न पसंद है।
मैं छिप्रा सा सरल करल रहता हु
मैं कालिदास विशेष कथा कहता हु
मुझको तो मौत हरा ही नहीं सकती
क्योकि की मैं महाकाल के नगरी में रहता हु।
इतने बदनाम हुए हैं इस ज़माने में
लगेगी सादिया आपको हमे भुलाने में
तेरे चाहने वाले कम न होंगे
लेकिन तेरे महफ़िल में हम न होंगे।
मानना बंदगी और दुसरो को मनवाना
गंदगी है।
या तो मुझे काबुल कर
मेरे कमजोरियों के साथ ,
या छोड़ दे मुझे मेरे
तन्हाईयो के साथ।
संसार जब भी जिसको मिलता है
अधूरा ही मिलता है
पर परमात्मा जब भी जिसको मिलता है
पूरा का पूरा ही मिलता है।
तुम्हारी हंसती उसकी मर्जी
तुम्हारी उसमे कमाल क्या है
सवाल ये है की सवाल क्या है।