कहावतें हिंदी में -इस पोस्ट में बेहतरीन हिंदी कहावतें अर्थ सहित शेयर किया गया है -20 कहावतें हिंदी में अर्थ सहित-हिंदी कहावतें अर्थ और वाक्य प्रयोग-Kahawat In Hindi-हिंदी की प्रसिद्ध कहावतें-Proverbs in Hindi कहावतें-10 कहावतें हिंदी में-पुरानी कहावतें हिंदी में- Lokoktiyan in Hindi-हिंदी की प्रमुख लोकोक्तियाँ-कुछ बेहतरीन हिंदी कहावत।
हिंदी की प्रसिद्ध कहावतें
जहाँ मुर्गा नहीं बोलता
वंहा क्या सवेरा नहीं होता।
अर्थात -किसी के बिना किसी का काम नहीं रुकता।
नाचन जाने आँगन टेढ़ा।
अर्थात -काम नहीं आने पर बहाने बनाना।
अंत भला तो सब भला।
अर्थात अंत में कार्य सफल हुआ तो सब ठीक होता है।
वाज़ के बच्चे मुंडेर पर नहीं अड़ा करता।
अर्थात- जैसे वाज़ हमेशा ऊँची उड़ान वाला पक्षी होता है ,इसलिए कहते हैं की बड़ा सोचने वाला छोटी छोटी चीज़ो के बारे में नहीं सोचता।
घाट घाट का पानी पीना।
अर्थात- सब तरह के अनुभव।
घी का लड्डू टेढ़ा ही भला।
अर्थात -गुणवान व्यक्ति का सुंदरता नहीं देखा जाता।
अपनी दही को कोई खट्टा नहीं कहत।
अर्थात -कोई अपनी बुराई स्वं नहीं करता और न ही देख पाता है।
अकल के पीछे लठ लिए घूमना।
अर्थात -मूर्खता पूर्ण काम करना।
चार दिन की चांदनी फिर अँधेरी रात।
अर्थात -कुछ समय के लिए सुख प्राप्त होना।
अधजल गगरी छलकत जाय ,
अर्थात -जिस घड़ा में कम पानी हो वो ज्यादा छलकता है ,वैसे ही जिसके पास कम ज्ञान हो वो ज्यादा ज्ञान बनता है।
पुरानी कहावतें हिंदी में।
ओस चाटने से प्यास नहीं बुझती।
अर्थात -आवश्यकता से काम प्रयाश करने से सफलता नहीं मिलती।
नेकी कर दरिया में डाल।
अर्थात -अर्थात दान करके या किसी ज़रूरत मंद की मद्दद करके भूल जाना।
अँधा क्या जाने बशंत की बहार।
अर्थात -बसंत का सौंदर्य अधिक अध्भुत होता है जिसका आनंद अँधा बेचारा नहीं ले पाता उसी तरह किसी गरीब के सामने अगर विदेशी सैर की आनंद की बात करेंगे तो उनको क्या पता चलेगा।
चार दिन की चांदनी फिर अँधेरी रात।
अर्थात -पूरी चांदनी कम दिनों के लिए होती है और फिर अँधेरी रात आ जाती है।
दूध का दूध पानी का पानी।
अर्थात -उचित न्याय दिलाना।
अपना काम बनता भांड में जाए जनता।
अर्थात -सिर्फ अपना स्वार्थ देखना दुसरो की नफे नुक्सान की फ़िक़रा नहीं करना।
दूध का जला मट्ठा भी फूक फूक कर पीता है।
अर्थात -एकबार धोखा खाया हुआ व्यक्ति ज़्यादा सतर्क रहता है।
मिया बीबी राज़ी तो क्या करेगा काजी।
जब दो लोग तैयार हो तो किसी और का बात क्या सुन्ना।
Proverbs in Hindi
सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज को।
अर्थात -सभी कुकर्म करने के वाद धार्मिक बनने का नाटक करना।
बहरा सो गहरा।
अर्थात -चुप रहके समझदारी।
राम नाम जपना पराया माल अपना।
अर्थात -दुसरो की चापलूसी करके उनके चीज़ो पर हक़ ज़माना।
लोहे लोहे को काटता है।
अर्थात -एकसमान लोगो की लड़ाई होना।
जो गरजते सो बरसते नहीं।
अर्थात -जो ज्यादा बोलता है वह कुछ नहीं करता।
आम का आम गुठली का दाम।
सभी प्रकार का लाभ उठान दूना लाभ उठाना।
आसमान से गिरा खजूर पर अटका।
अर्थात -एक के वाद एक विपत्ति आना।
मरता क्या नहीं करता।
अर्थात मज़बूरी में कोई काम करना।
अब पछताए होत क्या जब चिड़ियाँ चूक गयी खेत।
अर्थात – मौका चूक जाने के वाद पछताने से क्या फ़ायदा।
आगे नाथ न पीछे पगहा।
अर्थात – विल्कुल स्वतन्ता मनमानी करनेवाला।
आप दुबे जग डूबा।
जो स्वं बुरा होता है वो दूसरे को भी बुरा समझता है।
आँख का अँधा नाम नयनसुख।
अर्थात -गन के विरुद्ध नाम होना।
20 कहावतें हिंदी में
इस हाथ दे उस हाथ ले।
अर्थात – कर्मो का फल शीघ्र पाना।
एक पंथ दो काज।
अर्थात एक के बदले दो काम होना।
एक म्यान दो तलवार।
एक जगह पर दो उग्र विचार वाले का होना।
कला अक्षर भैंस बराबर।
अर्थात -पढ़ा लिखा न होना।
अंधो में काना राजा।
मूर्खो में अल्पक्ष की प्रतिष्ठा।
खोदा पहाड़ निकला चुहिया।
अर्थात -कठिन परिश्रम करने पर थोड़ा लाभ मिलना।
गुरु गुर चेला चीनी।
अर्थात -शिष्य का गुरु से ज्यादा योग्य हो जाना।
तुम डाल डाल तो हम पात पात .
अर्थात -किसी की चाल को खूब समझते हुए संभल के चलना।
जंगल में मंगल
अर्थात हर परस्थिति में प्रसन्न रहना।
बन्दर क्या जाने अदरक का स्वाद।
अर्थात -मुर्ख लोग गन की पहचान करना नहीं जानते।
मन चंगा कठौती में गंगा।
अर्थात – ह्रदय पवित्र तो सबकुछ ठीक
मान न मान मैं तेरा मेहमान।
अर्थात -जबदस्ती किसी के पड़ना।
जहां न पहुंचे रवि वंहा पहुंचे कवि।
अर्थात – कवि कही भी पहुंच सकता है।
रस्सी जल गयी पर बल नहीं गया।
अर्थात -पतन होने के वाद भी घमंड।
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