Maharshi Valmiki Quotes in Hindi इस पोस्ट में रामायण के रचयिता महर्षि बाल्मीकि के 51+ सर्वश्रेष्ठ कोट्स दिया गया है। Maharishi valmiki jayanti wishes images Best 51 Maharishi Valmiki Quotes In Hindi(jan)2022
Best 51 Maharishi Valmiki Quotes In Hindi(jan)2022
संसार में ऐसे लोग बहुत कम होते हैं जो कठोर किन्तु हित की बात कहने वाले होते हैं।
कुछ भी चीज के अति करने से दुःख होता है।
मनुष्य कुछ भी करता है अच्छा या बुरा एक दिन उसके पास वापस आता है और वह हर चीज़ के लिए भुकतान करता है।
जो व्यक्ति वीर और बलवान होते हैं वे जलहीन बादलो के समान केवल गरजना नहीं करते।
अगर आपका संकल्प दृढ है तो कोई भी काम आप आसान बना सकते हैं।
पुरुषार्थ किये बिना भाग्य का निर्माण नहीं हो सकता।
एक अतिथि भले वह बुरा व्यव्हार करता हो समझदारो द्वारा स्वागत का योग्य है।
जो लोग गलत रस्ते पर चलते हैं उन्हें कभी सच्चा ज्ञान प्राप्त नहीं होता है।
सहयोग करने वाले और सदैव सबसे मिलकर रहने वाले की हमेशा जीत होती हैं।
हमेशा खुश रहना एक ऐसी चीज़ है जिसे हांसिल करना मुश्किल है अर्थात सुख दुःख किसी के जीवन में बारी बारी से आते हैं और अबिरल सुख अकेले ही हो सकते हैं।
सेवा के लिए किया गया बल हमेशा टिकेगा और अमर होगा।
Maharshi Valmiki Quotes in Hindi about life
क्रोध से व्यक्ति के गुणों का नाश होता है इसलिए क्रोध से बचना चाहिए।
अगर आपके अंदर उत्साह होगा तो आप असंभव काम को भी संभव बना सकते हैं।
दयालु बनो गुरु और दुनिया को मुसीबत से आराम करने दो।
इच्छा या क्रोध से प्रेरित होकर भी अनादर न दिखाए।
मनुष्य का आचरण ही बताता है की वह कुलीन या अकुलीन ,वीर है या कायर ,अथवा पवित्र है या अपवित्र।
किसी वादे को तोड़ने से आपके सारे अच्छे कर्म नष्ट हो जाते हैं।
केवल डरपोक और कमजोर ही चीजों को भाग्य पर छोड़ देते हैं लेकिन मजबूत और आत्मविश्वासी कभी भाग्य या भाग्य पर निर्भर नहीं होते हैं।
सत्य इस संसार को नियंत्रित करता है और धर्म सत्य में निहित है।
संघर्ष से आप महान बन सकते है अगर आगे बढ़ना है तो संघर्ष जरुरी है।
दुःख और बिपदा जीवन के दो ऐसे मेहमान हैं जो बिना नियंत्रण के आते हैं।
हमेशा सुख ही मिले ऐसा कदापि सम्भव नहीं है।
हमे गर्व ,अहंकार और कुटिलता का परित्याग कर देना चाहिए और दूसरे लोग कितनी भी आलोचना करे उसकी चिंता नहीं करना चाहिये।
महर्षि बाल्मीकि motivational Quotes in Hindi
व्यक्ति को केवल उतना भार उठाना चाहिए की वह एक सिमा से अधिक न थके ऐसा खाना ही खाना चाहिए जो आसानी से पच जाय।
संघर्ष से आप महान बन सकते हैं। महान बनना है तो संघर्ष करना जरुरी है।
किसी के लिए घृणा का भाव आप अपने मन में रखने से आप खुद मैले हो जाते हैं।
सत्य ही सबका मूल है और सत्य से बढ़कर कुछ भी नहीं है।
जन्म भूमि और जननी सबसे बढ़कर है।
होनी के प्रति दुःख मनाना कायरता और अज्ञान है।
किसी भी वयक्ति से मोह आपको दुःख दे सकता है।