Rabindranath Tagore Quotes in Hindi
रबिन्द्रनाथ टैगोर अपने ज़िंदगी में कई महान काम किये जिन्हे लिटरेचर के दुनिया में अंग्रेजो
द्वारा नावेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया हमारे देश का राष्ट्रीय गान जन गण मन जो इन्ही के
द्वारा ही लिखा गया था 7 मई 1861 को रबिन्द्र नाथ टैगोर का जन्म एक कलाकार के घर में हुआ
था उनके घर में कोई लेखक कोई कवि ,फिलॉस्फर ,सभी कुछ न कुछ थे इसी कारन उनके घर में
सभी पढ़े लिखे और महान लोग थे उनके पिता का नाम देवेन्द्रनाथ टैगोर और माता का नाम सारदा देवी
था रबीन्द्रनाथ टैगोर ने कई उपन्यास नाटक कहानी कबिता की रचना किये आज हम उनके दूर बताये गए
Rabindranath Tagore Quotes in Hindi अनमोल बिचारो को जानेगे।
Rabindranath Tagore Quotes
उपदेश देना सरल है पर उपाय बताना
कठिन है।
तथ्य कई लेकिन सच एक ही हैं।
सिर्फ खड़े होकर पानी देखने से आप समंदर
पार नहीं कर सकते हैं।
खुश रहना बहुत सरल है लेकिन सरल
रहना बहुत मुशिकल है।
यदि आप सभी त्रुटियों के लिए दरवाजा बंद कर दोगो
तो सच अपने आप बाहर आ जायेगा।
रबिन्द्रनाथ टैगोर जी के अनमोल विचार
दोस्ती की गहराई परिचित की लम्बाई
पर निर्भर करता है।
संगीत दो आत्माओ के बिच अनंत भरता है।
आस्था वो पक्षी है जो सुबह अँधेरा होने पर भी
उजाला का आभास कराती है।
हम ये प्रार्थना न करे की हमारे ऊपर खतरा न आये
बल्कि ये करे की हम उनका सामना करने में निडर रहे।
प्रत्येक शिशु यह सन्देश लेकर आता है की
ईश्वर अभी मनुष्यो से निराश नहीं हुआ है।
जो मन के दुःख को अष्पष्ट रूप में कह नहीं सकता
उसी को क्रोध अधिक आता है।
रबीन्द्रनाथ टैगोर के प्रेरणा देने वाले अनमोल विचार
अकेले फूल को कई काँटों से ईर्ष्या करने
की कोई जरुरत नहीं होती।
जिस तरह घोसला सोती हुयी चिड़ियाँ को
आश्रय देता है उसी तरह मौन तुम्हारी वाणी
को आश्रय देता है।
जब मैं खुद पर हँसता हु तो मेरे ऊपर से
मेरा बोझ कम हो जाता है।
जीवन की महत्वकांक्षाये बालको के रूप में आती है।
रूप कोई अच्छी बस्तु नहीं है वह मन को
दबा देता है ह्रदय को ढक देता है।
हम मानवता के सबसे करीब तब आते हैं जब
हम बिनम्रता में महान होते हैं।
कर्म को यथार्थ की और से ,परमार्थ की ओर ले
जाना मुक्ति है कर्म का त्याग मुक्ति नहीं है।
रवीन्द्रनाथ टैगोर के शैक्षिक विचार
यह बात याद रखनी चाहिए की वयर्थ की लज्जा
आवशयक लज्जा को मार देती है।
गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जीवनी
वासना यदि जीवन में सबसे प्रवल हो उठे
तो हमारा जीवनं तामसिक अवस्था के
त्याग में समर्थ नहीं होता।
हम अत्यंत बिनम्रा होकर ही बड़ो का
कुछ समता कर सकते हैं।
आयु सोचता है ज़बानी करता है।
जो कुछ हमारा है वो हम तक आता है
यदि हम उसे ग्रहण करने की क्षमता रखते हैं।
गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर के प्रेरक अनमोल विचार | Rabindranath Tagore Quotes in Hindi
थोड़ा पढ़ना ज्यादा सोचना कम बोलना, ज्यादा सुनना
यही बुद्धिमान बनने का उपाय है।
बिरह का ताप रमणी के सौंदर्य को सुकुमार
बना देता हैं।
मैं सोया और स्वप्न देखा की जीवन आनंद है
मैं जगा और देखा की जीवन सेवा है ,
मैं सेवा की और देखा की सेवा आनंद है।
मृत्यु थकावट के सामान है किन्तु सच्चा अंत
तो अनंत के गोद में हि है।
जिनके स्वामित्व बहुत होतें हैं उनके
पास डरने को बहुत कुछ होता है।
मनुष्य के हक़ को हरपना ही तो बंधन है
Top 25 Rabindranath Tagore quotes | Top inspirational & motivational quotes
शील द्वारा चरित्र का निर्माण होता है
शील हमारा गति के लिए सम्बल है।
सबसे उत्तम बल क्षमा कर देना है।
जो बर्ह्मा है जो सबसे महान है उसी को मनुष्य
के सामने रखने से उसके मन की सांत्वना
प्राप्त हो सकती है।
भोग को सिमित और कम करने में ही
सम्पति का यथार्थ गौरब है।
सबको प्रसन्न करने की सकती
सब में नहीं होती है।
Best 100+ Rabindranath Tagore Quotes In Hindi | रबीन्द्रनाथ ठाकुर के अविस्मरणीय विचार
कार्य के लिए विश्राम वैसा है जैसा
नेत्रों के लिए पलकों का होना।
प्रत्यक्ष वास्तव के प्रति हमारी अश्रद्धा जगा
देती है वैराग्य साधना का श्रेठ है।
मानव ने नाना प्रकार की आस्वादन में ही अपनी
उपलब्धि करनी चाही ये बाधा हिन् लीला के क्षेत्र में
है उसी विराट बिचित्र लीला जगत की सृष्टि है साहित्य।