Shayari in hindi-इस पोस्ट में मैंने बेहतरीन शेरो शायरी शेयर किया मुझे उम्मीद है की ये आपको काफी पसंद आएगा -हिंदी शायरी दो लाइन-हिंदी शायरी love-best shayari in hindi -top hindi shayari -हिंदी में शायरी।
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कोई खुवाब मुकम्मल नहीं हुआ ,
मैं इसके बाबजूद भी पागल नहीं हुआ ,
जारी है हादसों का सफर इस तरह ,
एक हादसा जो आज हुआ कल नहीं हुआ।
कोई शहर था जिसकी एक गली
मेरी हर आहट पहचानती थी ,
तेरे नाम का एक दरवाज़ा था ,
एक खिड़की मुझको जानती थी।
दिल टूटा संभला फिर जाके कहीं
दिल को सब्र आया खुशियों में
सारा जहाँ था मेरा साथ
तकलीफो मैं सिर्फ मेरा खुदा नज़र आया।
जो बांटता है ज़माने में उजाले ,
उस सक्स के दामन में अँधेरा बहुत है।
आँख से दूर न हो दिल से उत्तर जाएगा
आँख से दूर न हो दिल से उत्तर जाएगा
वक्त का क्या है गुजर जाएगा।
आईने बेचता था कोई पूछता न था
जब से मुखौटे रख लिए धंधा चमक गया।
हम भी दरिया हैं हमे अपना हुनर मालूम है ,
जिस तरफ चल पड़ेंगे रास्ता हो जाएगा।
बुरा नहीं हु मैं मेरी भी कुछ कहानी है ,
बदला बदला सा लगता हु ,
ये अपनों की मेहबानी है।
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ऐसे गुजरी हम पर मगर क्या गुजरी पता नहीं ,
ऐसे तो नहीं थे हम मगर क्या थे हम पता नहीं।
मदारी मुझको खुदा लगा जब मैं छोटा था तब
खुदा मुझको मदारी लगता है
जब देखता हु तमाशे उसके।
चिराग देख के मचल रही है हवा ,
कई दिनों से बहुत तेज चल रही है हवा
बना रही है किस्से मेरी तबाही का
उन्हें खबर ही नहीं अब रुख बदल रही है हवा।
कोन किस्से चाहकर दूर होता है,
हर कोई अपने हालातो से मजबूर होता है ,
हम तो बस इतना जानते हैं ,
हर रिस्ता मोती और हर दोस्त कोहिनूर होता है।
होने थे जितने खेल मुकद्दर के हो गए ,
हम टूटी नाव लेके समंदर के हो गए ,
उनकी चाहत में दिल मजबूर हो गयी ,
दर्द देना उसका दस्तूर हो गया ,
कसूर उनका नहीं हमारा ही था ,
हमने चाहा ही इतना की उनको गुरुर हो गया।
लोग मिलते हैं कहानी बनकर ,
दिल में बस जाते हैं निशानी बनकर
जिन्हे हम रखना चाहते हैं अपनी आँखों में
क्यों वो निकल जाते हैं पानी बनकर।
आँखों के परदे भी नम हो गए ,
बातों के सिलसिले भी कम हो गए हैं
पता नहीं गलती किसकी है ,
बुरा वक्त है या बुरे हम हो गए।
खूबसूरत शायरी हिंदी में
मज़बूरी में जब कोई जुदा होता है ,
ज़रूरत नहीं की वो बेवफा होता है ,
दे कर वो आपके आँखों में आँशु
अकेले में वो आपसे भी ज्यादा रोता है।
ललात के कदमो पर सिकंदर नहीं गिरता ,
टूटा जो कोई तारा तो ज़मी पर नहीं गिरता ,
गिरते हैं सौक के दरिया समंदर में ,
लेकिन कोई समंदर दरिया में नहीं गिरता।
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