Home » 35+ poem on gandhi ji in hindi | गांधी जयंती पर कविता (2022 )
poem on gandhi ji in hindi

35+ poem on gandhi ji in hindi | गांधी जयंती पर कविता (2022 )

poem on gandhi ji in hindi-इस पोस्ट में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी पर उनके कर्म स्वाभाव पर बिभिन्न कवियों द्वारा कविता लिखा गया है जो इस पोस्ट के माध्य्म से शेयर किया गया है -Mahatma Gandhi Jayanti Poem in Hindi – गाँधी जयंती पर कविता-Poems on Mahatma Gandhi- महात्मा गांधी पर कविता-महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर 2020 गांधी जयंती पर कविता-poem on gandhi ji in hindin (बापू पर कविता हिंदी )

Mahatma Gandhi Jayanti Poem in Hindi – गाँधी जयंती पर कविता

क्या मिसाल दू मैं बापू गांधीजी को
जिसका कुछ न बिगाड़ सकी अंग्रेज आंधी भी
इस भारत को गांधीजी ने
अपने खून से सजाया है
तब जाकर भारत पर स्वतंत्रता
का झंडा लहराया है
गाँधी एक अकेले ने
कई गोरो को रुलाया था
असहयोग अहिंसा का नाम सुनकर
अंग्रेजी शासन डगमगाया था
यु ही नहीं गाँधी ने
भारत को आज़ाद कराया था
कई संघर्षो के वाद भारत पर
स्वतंत्रता का झंडा लहराया था
आखड़ी सांस तक देश पर
मर मिटने को बापू तैयार रहे
बिन हिंसा के देश में
आज़ादी का उन्होंने आगाज किये
चमकीले सस्त्रो को छोकर
खादी का तन पर डाल लिए
सौगंध भारत माँ की आज़ादी की
यह संकल्प मन में ठान लिए

poem on gandhi ji in hindi

गांधीजी सबसे न्यारे थे
गांधीजी सबसे प्यारे थे
कहलाते थे वह राष्ट्रपिता
पर वह बापू हमारे थे
भगा दिया अंग्रेजो को
बिना किसी हथियार के
दिला दी आज़ादी हमे
अहिंसा के हथियार से
ऐसे बापू को सदैव नमन हमारा
रहेगा याद हमे बलिदान तुम्हारा

poem on gandhi ji in hindi

सच्चाई की राह पे चलकर
ज्ञान का दीप जलाया था
सत्य और अहिंसा का मार्ग अपनाकर
देश को आज़ाद कराया था
जाती धर्म का भेदभाव भूलाकर
सबको गले लगाया था
प्रेम भाव से रहने का सन्देश
बापू ने फैलाया था
लक्ष्य हमेशा ऊँचे रखो
सत्य की राह पर चले चलो
मंजिल तुमको मिल जायेगी
हर बाधाओं से लड़ते चलो
बिनम्रता भरे अपने स्वभाव से
कितने ही आंदोलन किये थे
देश स्वतंत्रता की खातिर
खुद की ज़िंदगी को ही जीना भूल गए

Mahatma Gandhi Poem in Hindi for kids

एक थे लाल एक थे बापू
दोनों में था अलग सा जादू
दोनों की थी एक ही बोली
थी पीछे उनके हम सबकी टोली
फिर खुद पर रहा न किसी को काबू
एक थे लाल एक थे बापू
दोनों में था अलग सा जादू
लाल जी बोले जय जवान जय किसान
बापू बोले रघुपति राघव राजाराम
नारो से उनके देश था हरसू
एक थे लाल एक थे बापू
दोनों में था अलग सा जादू
देश का सुख था उनका सपना
कर दिया जीवन न्योछावर अपना
दोनों को याद करे न अब क्यों
एक थे लाल एक थे बापू
दोनों में था अलग सा जादू
आओ मिलकर डीप जलाये
जन्म दिवस दोनों का मनाये

poem on gandhi ji in hindi

गांधीजी सबसे प्यारे थे
हम सबके वो रखवाले थे
जो कहते थे करके दिखाते थे
बापू वो कहलाते थे
वो सबको मन को भाते थे
हमेसा रघुपति राघव गाते थे
बच्चो को अति प्यारे थे
सबकी आँखों के तारे थे
हम भी अच्छा काम करेंगे
खूब पढ़ेंगे खूब लिखेंगे
बापू जैसा काम करेंगे
जग में ऊँचा देश का नाम करेंगे।

poem on gandhi ji in hindi

गाँधी बाबा तुमने हमको
एक मौन हथियार दिया
दोनों गाल सूझ गए लेकिन
हमने न वार किया
आदर्श तुम्हारे ज़िंदा हैं
बड़े महान हो तुम बापू
सम्पूर्ण विश्व में इस भारत की
एक पहचान हो तुम बापू
अगर तुमने चाहा होता
तुम भी ऐस ले सकते थे
देश बेचकर अंग्रेजो से
मोटा कैश ले सकते थे
स्वदेशी का नारा देकर
दिनभर चरखा चलाते थे
देश का खर्चा ज्यादा न हो
आधा लेम्प जलाते थे
आधा ही आज़ादी का बापू
तुमको ही हक़दार कहूंगा
कोई बिरोधी तेरा होगा
मैं उसको गद्दार कहूंगा
लेकिन देश के बंटवारे पर बापू
गुस्सा तन जाता है
गुस्से के बदले किसी
गोडसे का मंदिर बन जाता है

poem on gandhi ji in hindin (बापू पर कविता हिंदी )

आँखों पर चस्मा हाथ में लाठी
और चेहरे पर मुस्कान
अहिंसा उनका हथियार था
अंग्रेजो पर भारी जिसका वार था
जात पात को भूलकर वो जीना सिखाते थे
सदा हो जीवन और अच्छे हो विचार
बड़ो को दो सामान और छोटो को प्यार
बापू यही सबको बताते थे
लोगो के मन से अन्धकार मिटाते थे
स्वच्छता पर वो देते थे जोर
माँ भारत से जुड़ी थी
उनके दिल की डोरी
ऐसे सख्सियत को हम कभी भूल न पाएंगे
उनके विचारो को हम सदा अपनायेंगे।

महात्मा गाँधी पर कविता

हम सबके थे प्यारे बाप
सारे जग से न्यारे बापू
कभी न हिम्मत हारे बापू
भारत के रखवाले बापू
लगते थे वो दुबले पतले
थे ताकत के पुतले बापू
सदा सत्य अपनाते बापू
सबको गले लगाते बापू
हम है एक सिखाते बापू
अच्छी राह दिखाते बापू
बच्चो के अति प्यारे बापू
आँखों के थे तारे बापू

poem on gandhi ji in hindi

धोती वाले बाबा की
एक ऐसी लड़ाई थी
न गोले बरसाने उसने
न बंदूक चलाई थी
सत्य अहिंसा के बल पर ही
दुश्मन को धुल चटाई थी
मन की ताकत से ही उसने
रोका हर तूफ़ान को
हम श्रद्धा से याद करेंगे
बापू के बलिदान को।

राष्ट्रपिता बापू पर कविता

बापू जैसी बनुगी मैं
बापू जैसी बनुगी मैं
सच की राह पे चलूंगी मैं
बापू जैसी बनूंगी मैं
हथियारों के साथ नहीं
बापू जैसी लड़ूंगी मैं
जब भी घेरेंगे कांटे
फूल जैसी खिलूँगी मैं
बापू जैसी बनुगी मैं
बापू जैसी बनुगी मैं
देश के खातिर जीती हु
देश के खातिर मरूंगी मैं
बापू कहते लड़ना कैसा
मिलकर सबसे रहूंगी मैं
बापू जैसी बनुगी मैं
बापू जैसी बनुगी मैं।

poem on gandhi ji in hindi ( महात्मा गांधी पर कविता)

हमारे प्यारे बापू न्यारे ,
जीवन में वो कभी न हारे
बापू का था एक ही नारा
हिंसा नहीं सत्य अहिंसा है प्यारा
बापू ने आवाज उठाई लेकिन
कभी न करी लड़ाई
बापू ने हर आंदोलन में किया पूरा समर्थन
तभी तो पूरा देश ने किया आज़ादी का मंथन।
बापू हमारे खादी में ही रहते थे
आँख पे ऐनक हाथ में लाठी
बस एक बात ही कहते थे
भारत छोरो भारत छोडो
और संघर्ष में ही जीते थे
ऐसो आराम का जीवन छोड़
जिसने सदा जीवन अपनाया था
बापू महात्मा और राष्ट्रपिता
जैसे नामो का गौरव पाया था
हमारे प्यारे बापू न्यारे ,
जीवन में वो कभी न हारे
हमारे प्यारे बापू न्यारे।

poem on gandhi ji in hindi

हे बापू तुझको सदा प्रणाम
हम सबके दिल में है तेरा नाम
सत्य अहिंसा थे तेरी जान
यही तेरी इक है पहचान
जो कहा वो कर दिखलाया
भारत को आज़ाद कराया
करो या मरो का नारा देकर
सम्पूर्ण देश को एक कराया
घृणा करो तुम पाप से
पापी से तुम प्रेम करो
यह अनमोल मंत्र सबको सिखलाया
स्वच्छता का पाठ पढ़ाया
हरिजन को अपना भाई बताया
गाँधी कहते तेरे तीनो बंदर
खो बुरा न सुनो बुरा
देखना भी बुरा मना। ,
महात्मा गाँधी तेरा नाम
तुझको करते हम सदा प्रणाम

MAHATMA GANDHI POEM IN HINDI

सच्चाई का लेकर सस्त्र
और अहिंसा का ले अस्त्र
तूने अपना देश बचाया
देश का तू बापू कहलाया
दुश्मन से भी प्यार किया
मानव पर उपकार किया
गोरो को था दूर भगाया
देश का तू बापू कहलाया
गाँधी करते तुझे नमन
तुझे चढ़ाते प्रेम सुमन
स्वच्छता का पाठ पढ़ाया
देश का तू बापू कहलाया

महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर 2020 गांधी जयंती पर कविता

माँ खादी की चादर देदे
मैं गाँधी बन जाऊंगा
सभी मित्रो के बिच बैठ फिर
रघुपति राघव गाऊंगा
मैं गाँधी बन जाऊंगा
छोटी सी धोती पहनूंगा
खादी की चादर ओढूँगा
घड़ि कमर में लटकाऊँगा
सैर सवेरे कर आऊंगा
मैं गाँधी बन जाऊंगा
गांव में ही रहा करूँगा
बकरी का मैं दूध पियूँगा
भले काम मैं किया करूंगा
छूट अछूत ही मानूंगा
मैं गाँधी बन जाऊंगा
मुझे रुई की पोनी देदे
चरखा खूब चलाऊंगा
आज्ञा तेरी मैं मानुगा
सेवा के प्राण में ठानूँगा
मैं गाँधी बन जाऊंगा।

वाह रे बापू तेरी सांन
सीधा साधा बेश तुम्हारा
खादी प्रिय वस्त्र तुम्हारा
छोटी सी ढोती पहने
नहीं कोई अभिमान
वाह रे बापू तेरी सांन
तुमने सबको मार्ग दिखाया
सत्य अहिंसा का पाठ पढ़ाया
तू हो हमारे प्यारे बापू
हम सब तेरी है संतान
वाह रे बापू तेरी शान
एक लाठी के दम पर तूने
अंग्रेजो को मार भगाया
भारत माँ को मुक्त कराया
रखा देश का मान
वाह रे बापू तेरी शान

गाँधी जयंती पर कविता

बापू देख तेरा हिन्दुस्तान
बापू देख तेरा हिन्दुस्तान
नोटों में है तेरी फोटो
वोटो में है तेरा नाम
बच्चे जपते सुबह शाम
नेता भी निकाले काम
सारा देश करे प्रणाम
छिपा तुझी में हिन्दुस्तान
आज़ादी तूने दिलाई
अंग्रेजो को धुल चटाई
न बम फोड़ा बंदूक चलाई
अंग्रेजी हुकूमत की हुयी बिदाई
तू भारत की गौरव गाथा
तू भारत का है अभिमान
बन भारत का भाग्य बिधाता
बना स्वतंत्रता की तू पहचान

35+ Mahatma Gandhi Poem in Hindi

देखो महात्मा गाँधी की जयंती आयी
बच्चो के चेहरे पर मुस्कान आयी
भारत के लिए वह सदा जीते मरते थे
आज़ादी के लिए संघर्ष किया करते थे
जो कहते वो करके दिखाते थे
बापू वो कहलाते थे
वो सबको मन को भाते थे
हमेशा रघुपति राघव गाते थे
सत्य अहिंसा का पाठ पढ़ाया
बापू में पुरे विश्व में भारत का मान बढ़ाया
बापू जैसा काम करेंगे
जग में ऊँचा देश का नाम करेंगे।

MAHATMA GANDHI POEM IN HINDI

बापू भोले भाले थे
हम सबके रखवाले थे
हमे आज़ादी दिलवाकर
स्वंम कष्ट सह जाते थे
हम भी अच्छा काम करेंगे
खूब पढ़ेंगे खूब लिखेंगे
बापू जैसा काम करेंगे
जग में ऊँचा नाम करेंगे

राष्ट्र पिता है गाँधीजी
महात्मा है गाँधी जी
सावरमती के संत भी
कहलाते हैं गांधीजी
बिना शास्त्र उठाये
देश को आज़ादी दी
अहिंसा की राह पर
चले सदा गांधीजी।

Gandhi Jayanti Hindi Poem 2022

ली सच की लाठी उठने
तन पर भक्ति पर चोला
सबक अहिंसा पर सिखलाया
वाणी में अमृत उसने घोला
बापू के इस रंग में रंग कर
देश का बच्चा -बच्चा बोला
कर देंगे भारत माँ का अर्पण
हम अपनी जान को
हम श्रद्धा से याद करेंगे
गाँधी के बलिदान को
चरखे के ताने बाने से उसने
भारत का इतिहास रचा
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई
सबमे इस विश्वास रचा
सहम गया बिदेशी फिरंगी
लड़ने का अभ्यास रचा
मान गया अंग्रेजी शासक
बापू की पहचान को
हम श्रद्धा से याद करेंगे
गाँधी के बलिदान को।

2 अक्टूबर 2020 गांधी जयंती पर कविता

2 अक्टूबर है एक महान दिन
जिसमे है इतिहास छिपा
जन्मे इस दिन धरती पर
जग के प्यारे बापू जी
सत्य मार्ग पे चलने वाले
हक की खातिर लड़ने वाले
जग के प्यारे बापू जी
आँखों में अद्भुद चस्मा
हाथ में लाठी बिराजे
मुस्कुराते चंचल मुख वाले
जग के प्यारे बापू जी
खादी की धोती पहने
देशभक्ति का भाव लिए
फौलादी इरादे रखने वाले
जग के प्यारे बापू जी
शांति अहिंसा को अपनाकर
सत्य अहिंसा के बल पर
उच्च विचार और जीवन सदा
इन सद्गुणों की खान थे
बिना हिंसा के लड़ने वाले
जग के प्यारे बापू जी

2 अक्टूबर 2020 गांधी जयंती पर कविता

सच्चाई की मसाल उठाके
अहिंसा का गया गान
आज़ादी की राह पे चलके
बापू बन गए महान
अंग्रेजो को धुल चटाके
जन जन को किया महान
खादी की धोती पहनके
स्वदेश का बढ़ाया मान
सदा जीवन उच्च विचार
यही था जीवन का सार
अपनी लाठी के बलपे
देश की नैया लगादी पार
सूत की चरखा चलाके
संघर्षो की रहे थाम
परसेवा में जीवन लगाके
राष्ट्रपिता का पाया नाम
सचाई की मसाल उठाके
अहिंसा का गाया गान

गांधी जयंती पर कविता

जन्म दिवस बापू का आया
सारे जग ने शीश नवाया
यह जीवन की शिक्षा का दिन
पावन आत्मपरीक्षा का दिन
मानवता का इच्छा का दिन
धरती का कण कण हरसाया
जन्म दिवस बापू का आया
सत्य प्रेम का पथ अपनाकर
क्षमा कर्म का भाव जगाकर
सबके आगे शीश झुकाकर
ऊंच नीच का भेद मिटाया
जन्म दिवस बापू का आया

Mahatma Gandhi Poem in Hindi ( गांधी जी पर शायरी )

बापू तेरे चश्मे को प्रणाम
जिसने दिखाया स्वप्न सुहाना
फिरंगियों से लोहा लेकर
हिन्द स्वदेश का गाया गाना
सीधी सधी भेषभूसा तेरी
सत्य अहिंसा निहित विचार
बापू तेरी लाठी के बल से
देश की नैया हो गयी पार
सूत का चरखा चलाकर
चरखे की ताक़त समझाई
खादी की धोती पहनके
आत्मनिर्भरता की आंधी चलाई
ले रहे सपथ आज अभी हम
बापू के सिद्धांत को अपनाएंगे
अहिंसा को शास्त्र अपनाकर
राष्ट्र में अमन फैलाएंगे
बापू तेरे चश्मे को प्रणाम
जिसने दिखाया स्वप्न सुहाना

एक थे अपने मोहन गाँधी
साथ वो लाये थे एक आंधी
हाथ में लाठी घरी भी लटके
चस्मा पहने तन के पतले
दो कपड़ो में चलते रहते
पैदल चलते कभी न थकते
अंग्रेजो को मार भगाया
भारत को आज़ाद कराया

गाँधी जी नमन है आपको
दोनों हाथ जोर प्रणाम है आपको
गाँधी जी का जन्म दिवस आया
उनके विचारो को फिर याद किया
हिंसा को दूर भगाओ
प्यार से रिश्ते सुलझाओ
सोच उनकी थी निराली
देश को आज़ादी दिला डाली
सत्य अहिंसा के थे वो पुजारी
पाठ पढ़ाते गए सबको बारी बारी
गाँधीजी के सोच से डरे
अंग्रेज देश छोड़ भाग चले
मानवता का पाठ पढ़ाया
अहिंसा को दूर भगाया
शीश झुकाके प्रणाम है आपको।

Atal bihari vajpayee poem in hindi

2 अक्टूबर का दिन है खास
पूरा हिन्दुस्तान को है तुझपर नाज़
बापू तू है देश का शान
तू ही महात्मा तू ही महान
बापू तूने देश को
सचाई का राह दिखाया
हिंसा को मिटाकर
अहिंसा का बात सिखाया
बापू तूने देश को ईमान का पाठ पढ़ाया
बुरा मत देखो बुरा मत बोलो बुरा मत सुनो
यही दुनिया को बतलाया
जात पात भेद भाव को हटाकर
तूने देश में एकता बनाया है
अंग्रेजो की गुलामी से
भारत को आज़ादी दिलाया है
डर का साया मिटाकर
हिन्दुस्तान को पहचान दिलाया है
यु तो नहीं तू महात्मा कहलाया है

Gandhi Jayanti Hindi Poem 2022

सत्य अहिंसा को बनाके हथियार
हमे दिलाया आज़ादी का उपहार
जन जन करे पुकार
आओ बापू फिर एक बार
नफरत से भरे दुनिया में हो रहा घृणा का व्यापार
हर मानव कहता है बापू आ जाओ फिर एक बार
बापू तूने चरखे से ग्राम स्वराज लाया
सबसे पहले तूने आत्म निर्भर भारत बनाया
मानुष मनुष में भेद न हो नर नारी में न अंतर
आ जाओ मेरे प्यारे बापू कर दो ऐसी कोई मंतर
हिंसा से भरे दुनिया को सत्याग्रह का पाठ पढ़ाया
बापू तूने बिना बंदूक गोली के हमे आज़ादी दिलाया
न कहि गंदगी हो न कहि कचरा ,
बापू ने हमको सिखाया हर कहि हो स्वच्छता का पहरा
दांडी में गया तू पैदल आज कोन चलेगा
तेरे पीछे दुनिया चली आज किसके पीछे चलेगा
अफ्रीका में जाके तूने काले गोरे का भेद मिटाया
बापू तूने साड़ी दुनिया को इंसान बनाया

2 अक्टूबर 2020 गांधी जयंती पर बेहतरीन कविता

दुःख से दूर पहुंचकर गाँधी
सुख से मौन खड़े हो
मरते खपते इंसानों के
इस भारत में तुम्ही बड़े हो
कैसा संत हमारा गाँधी
कैसा संत हमारा
दुनिया जो थी दुश्मन उसकी
दुश्मन था जग सारा
आखिर में जब देखा साधो
वह जीता जग हारा।

2 अक्टूबर 2020 गांधी जयंती पर कविता

राष्ट्र पिता जो कहे जाते हैं
प्यार से बापू उन्हें बुलाते हैं
जिन्होंने देश को आज़ाद कराया
सत्य अहिंसा का पाठ पढ़ाया
महात्मा गाँधी वो कहलाते हैं
उन्होंने विलाश को छोड़कर
अपना जीवन देश की आज़ादी में लगाया
विदेशी कपड़ो को त्यागकर उसने
देश का महत्वा समझाया
कई आंदोलन और सत्यग्रह किये
अंग्रेजो से लड़ने के लिए
लोगो को आपने साथ किये
देश को आज़ाद कराने के लिए
सत्य अहिंसा के मार्ग पे चलकर
अंग्रेजो से लड़ी लड़ाई
अपना तन मन धन सबकुछ सौप दिया
अपने आपको पूरा झोंक दिया
अंत तक लड़ी लड़ाई देश को आज़ादी दिलाई

Short Poem on Gandhi Jayanti in Hindi

मैं कल फिर जन्म लूंगा
कल फिर इसी जगह आऊंगा
उचकती निगाहो की भीड़ में
अभाओ के बिच में
लोगो की क्षत बिछत पीठ सहलाऊंगा
लंगड़ाकर चलते हुए पाओ को कन्धा दूंगा
गिरी हुयी पद मंद्रित पराजित
विवस्ता को बाहो में उठाऊंगा
इन समूहों में इन अनगिनत अच्हीन आवाजों में
कैसा दर्द है कोई नहीं सुनता
पर इन आवाज़ों इन कराहो को
दुनिया सुने मैं ये चाहूंगा
मेरी तो आदत है रौशनी जहां कहि भी हो
उसे खोज लाऊंगा
कातरता छुपी चीखें
या हारे हुओ की खोज
जहां भी मिलेगी
उसे प्यार के सितार पर बजाऊंगा
जीवन में कई बार उकसाकर
मुझे अनुलाघय सागरो में फेका है
अगन भठियो में झोंका है
मैंने वहां भी ज्योति की मसाले
प्राप्त करने की कोशिश की बचने की नहीं
क्या इन टटकी बंदूकों से डर जाऊंगा
तुम मुझे दोषी ठहराओ
मैंने तुम्हारे सुनसान का गला घोटा है
पर मैं गाऊंगा
चाहे इस प्रार्थना सभा में
तुम सब मुझपर गोलियां चलाओ
मैं मर जाऊंगा
लेकिन मैं कल फिर जन्म लूंगा
कल फिर आऊंगा।

Short Poem on Gandhi Jayanti in Hindi

सच की थे जो मिसाल
अहिंसा था जिनका औजार
मार काट में न था जिसको विश्वास
वह थे मोहनदास करमचंद गाँधी
जिनको 2 अक्टूबर स्मृति दिवस के रूप में
हम सब करते हैं मिलकर याद
बापू जी को भारत से था बेहद प्यार
पूरा भारत ही था उनका परिवार
राम नाम था उनके जीवन का आधार
बाहरी बस्तु का उन्होंने किया बहिस्कार
अपन देश की बस्तुओं का प्रयोग करो
किया भारत वासियो में आपने खूब प्रयाश
सबको बराबर दर्जा देकर कर दिया
हिन्दुस्तान के गुलसन को आवद

Top Gandhi Jayanti Par Kavita hindi mein

मैं किसको सही मानु
कोई कहे गाँधी अच्छा था
कोई कहे गाँधी बुरा था
या तो इतिहासकार झूठे थे
या गाँधी इतिहास अधूरा था
सत्ता बदलते ही इतिहास बदलता है
फिर कैसे मानु इतिहास साफ़ सुथरा था
जब साफ़ सुथरे राम पर अंगुली उठाते हो
फिर ये आस मत करो की गाँधी बुरा था।

Short Poem on Gandhi Ji in Hindi

2 अक्टूबर का दिन है ख़ास
इसमें छुपा है एक इतिहास
इस दिन बापू ने जन्म लिया
एक न्या इतिहास रचा
आँखों पर पहने गोल चस्मा
हाथ में पकडे लाठी
चैहरे पर मुसकाम पहने खाड़ी धोती
सत्य अहिंसा का हथियार बनाकर
तोड़ दी साड़ी गुलामी की ज़ंजीर
अंग्रेजो ने इनके आगे
खींच न पायी कोई लकीर।
न गोले बरसाए न कोई तोप चलाया
और न ही किसी का खून बहाया
सत्य अहिंसा और शांति से
अंग्रेजो को धुल चटाया
कद के छोटे पर सोच उनकी महान
बापू ने बढाई इस देश की शान
सबसे था उनको प्यार का नाता
कहलाते हैं बापू हमारे राष्ट्रपिता

150+ Best Hindi Kavita

सच्चे प्यार पर कविता |

40+ माँ पर कविता हिंदी में।

महात्मा गाँधी के अनमोल विचार।

राधाकृष्णन के अनमोल विचार

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *