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Breakup Poem in Hindi

20+ Breakup Poem in Hindi | Breakup Poetry | ब्रेकअप कविता।

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Break Up Hindi Love Poems

तुम मेरी आखड़ी मोहब्बत हो
इसके बाद जो होगी मजबूरी होगी
हम तो बच्चो के नाम सोच बैठे थे
हमे पूरा यकीं था हमारी शादी तम्ही से होगी
लेकिन अब हमारा नाम वेवफाओ में गिना जाएगा
नए नए महबूबो से हमारा भी मेल होगा
मोहब्बत नहीं मज़बूरी होगी और
मज़बूरी के नाम पर खेल होगा।

कभी थक के सो गए हम
कभी रात भर न सोये
कभी हंस के गम छुपाये
कभी मुँह छुपा के रोये
मेरी दास्ताने हसरत
वो सुना सुनाकर रोय
मुझे आजमाने वाले
मुझे आजमा के रोये
मैं हु बेवतन मुसाफिर
मेरा नाम वेवसि है
मेरा कोई भी नहीं है
जो गले लगा के रोये
मेरे पास से गुजरकर
मेरा हाल तक न पूछा
मैं कैसे मान जाऊं
वो दूर जा के रोये

सच्चे प्यार पर कविता

बेस्ट हिंदी कविताएं

साड़ी गलती हमारी थी ये कबूल
करता हु रोजाना तुझे याद करके
सारे वक्त फिजूल करता हु।
अब इन आँखों को तेरा इन्तजार नहीं है
ऐसा नहीं है की मैं तुझसे प्यार नहीं है
और फिर से तुझे पा सकू इतनी मेरी औकाद नहीं है।
तुझमे तो है जान लेकिन मुझमे वो बात कहाँ।
साड़ी गलती हमारी थी ये कबूल
करता हु रोजाना तुझे याद करके
सारे वक्त फिजूल करता हु।

हमे ये गम प्यारा भी तो हो सकता था
अगर तुम चाहते तो ये दूर पर
गुजारा भी तो हो सकता था
जिन आंसुओ को बेकार समझकर बहा दिया
वही आँशु आँख का तारा भी तो हो सकता था।
दो कस्तियों को बीच समंदर में याद आया
झगडे से बेहतर बंटवारा भी तो हो सकता था।
एक के पीछे ज़िंदगी गवा दी फिर समझ आया
करना चाहते तो प्यार दुबारा भी तो हो सकता था।

बेवफाई की हिंदी प्रेम कविता

हमारी कहानी हमी को पता है
बर्वाद जवानी हमी को पता है
सबको पता है हम ज़िंदा हैं मगर
कैसे हैं ज़िंदा ये भी हमी को पता है।

एक याद को सर पे चढ़ा के रख
एक बात को दिल से लगा के रख
तुम मेरे हो तुम मेरे हो ..
लोगो को अब बीते फ़साने लगते हैं
जिन्हे नींद नहीं आती उनसे पूछना
सुबह होने में कितने ज़माने लगते हैं।

तुम्हे खबर ही नहीं की इंतज़ार कितना था
ये दिल तुम्हारे लिए बेकरार कितना था
एक तू ही नहीं रोया मेरे ज़नाज़े पर
लेकिन ये शहर मेरे लिए शोकवार कितना था।

तुमसे बिछड़ तो गए लेकिन इसक
कहा ख़तम हुआ ये जीती हुयी
बाज़ी है जो हारी न गयी।
तू है वो खुवाब जो आँखों से उतरा न गया
तू है वो खुवाईश जो हमसे कभी मारी न गयी।

एक शख्स की चाहत का अरमान रहा अक्सर
जो जानकार भी सबकुछ अनजान रहा अक्सर
ये प्यार मोहब्बत का खेल है जाने कैसा
जिसने भी वफ़ा की उसे नुक्सान रहा अक्सर
वो नीदो में रहता है खयालो में रहता है
यही तो उस शख्स का मुझपर अहसान रहा अक्सर

Breakup Kavita in Hindi

कितना अच्छा है ये अकेलापन भी ,
न किए की आने की चाहत
न किसी के जाने का डर ,
ज़िंदगी में गलत लोगो को मौका देकर
आज खुद का अकेला पन भी बहुत अच्छा लगता है ,
अब किसी धोखे की गुन्जाईस ही नहीं
अब सिर्फ खुद को मौका देना है
बस खुद के लिए जीना है
जब आखिर में अकेला ही पाना है खुद को
तो क्यों किसी के दो पल का सहारा लेना ,
अब बहुत हो गया झूठे प्यार में पागल होना ,
बस अब समझदारी से अपने लिए ही जीना है ,
खुद का दोस्त बनकर सब
बस खुद को ही बताना है ,
अब रात में किसी और के लिए नहीं
खुद के सपनो के लिए जगना है ,
किसी से न कोई वादा लेना है
और न कोई वादा देना है ,
दूसरे पर यकींन करके
खुद को जो चोट पहुंचाई है ,
बस अब सिर्फ खुद की ख़ुशी
के लिए जीना है ,कोई रोक टोक नहीं
कोई खुद को सावित करने की सफाई नहीं
अब खुद को और नजर अंदाज़ नहीं करना है
अब बस इसलिए अकेले रहना है।

Poem on Breakup in Hindi

कुछ रिस्तो को ख़तम हो जाना ही
जो मैंने ये रिस्ता बनाया था ,
तो मैं कोशिश कर रही थी की
ये रिस्ता last forever तक रहे ,
पर ये तब मुमकिन है
जब निभाने की चाहत दोनों तरफ से हो ,
तब नहीं जब कोशिश सिर्फ एक तरफ से हो ,
और फिर यु एक तरफ़ा कोशिश भी
मैं कब तक करती रहूंगी ,
तुम्हारे लिए तो मैं न कल कुछ थी
न कल कुछ रहूंगी ,दुनिया में
परफेक्ट कपल जैसा कुछ भी नहीं होता ,
अगर होता भी होगा तो वो हम नहीं थे ,
तुम्हारे हर झूठ का सच मुझे पता था ,
पर मैं तुम्हारे गिरने की हद देख रही ,
सोचा था तुम्हे बदल लुंगी और तुम बदले भी ,
पर किसी और का होने के लिए ,
पर बस अब एक ही खुवाईश है ,
की तुम किसी को चाहो ,मेरी तरह
और वो बदल जाए बिलकुल तुम्हारी तरह ,

मिलेंगे तुझको राहो में मेरे जैसे लोग हजार
पर प्यार नहीं मिल पायेगा मुझ जैसा तुमको यार ,
गलत नियत से दोस्त बनेगे करेंगे तुझपर वार
जिस्मफरोशी हवस के भूखे होंगे सब बेकार ,
सोने से तन भरा रहेगा रहेगी खुद की कार
पता चलेगा जब ये होगी सबकी बाते चार ,
याद तुझे आएगा एकदिन मेरा पावन प्यार
कहोगी खुद से उसे न खोती बिखड़ गया संसार ,

Best Sad Poetry in Hindi

जहां बुरा लगना चाहिए आज कल
उस बात का भी बुरा नहीं लगता ,
मैं दीखता तो तुम्हे पूरा हु न
पर मेरी नजर से देखो मैं पूरा नहीं लगता ,
मैं सच्चाई से दिल जितने की कोशिश में रहता हु ,
पर सबको यंहा दिखावा पसंद है ,
मेरे जैसे लोगो को किसी पे नजर नहीं पड़ती ,
हां ज़रूरत के वक्त तो सभी हम दम है ,
तुम्हे क्या लगता है तुम मुझे दुःख पंहुचा सकते हो ,
यार मैं रेस्टोरेंट में भी अकेला खाता हु ,
तुम तोड़ ही नहीं सकते मुझे मैं बिखड़ा पहले से हु ,
यार मैं उदास होकर भी हद से ज्यादा मुस्कुराता हु ,
चेहरा खूबसूरत नहीं है मेरा जो
पहली नजर में तुम्हे भा जाऊं,
पर बात भी तो वहीँ ख़तम है ,
तुम्हे चेहरे से पहले दिल कैसे दिखाऊं ,
मुझे कोई जानना ही नहीं चाहता ,
मेरी इंस्ट्रस्टिंग सी प्रसनैलिटी ही नहीं है
पर अब मुझे इससे फर्क पड़ना बंद हो गया ,
या यु कह लो की अब आदत ही हो गयी है। ,

ये जो बिच राह में छोड़ जाते हैं न
अपना बनाकर एक दिन बहुत पछताते हैं ,
किसी और को गले लगाकर ,
कहते हैं प्यार तो रूह से किया जाता है ,
जिस्म से नहीं फिर क्यों आज कल का प्यार ,
सिर्फ बंद कमरों तक का रह गया ,
अक्सर वही लोग हमे छोड़कर चले जाते हैं
जिन पर हमे खुद से भी अधिक भरोसा होता है ,
दिल है की रोते हुए चुप ही होता ,
क्या करू तेरी याद ही इतनी आती है ,
मोहब्बत तो बेइंतिहा की थी तुमसे
जिसने न हमसे हमारा न होने दिया ,
और न किसी और का ,
कास तू ये देख पाता की मुझे कितनी
मोहब्बत है तुमसे क्योकि यार
अब थक गयी हु मैं तुम्हे समझाते समझाते
इंतज़ार उसका किया जाता है जो चला गया हो
तो तुम बताओ इंतज़ार करू या बदल जाऊं ,

Poem For Breakup

आजकल लोगो के लिए रिलेशनशिप
एक मजाक बनकर रह गया है ,
या तो उन्हें हवस चढ़ी रहती है
या उनके लिए अपनी ईगो मेटर करती है ,
वो भी इस हद तक किसी इंसान को
कॉम्पेरमाइस कर दे
शुरू शुरू का अट्रैक्शन इन्हे लगता
कितनी सिद्दत वाली मोहब्बत हो गयी वो जैसे,
न तो किसी इंसान को जान पाते हैं और
न ही समझ पाते हैं और बिना सोचे समझे
रिलेशनशिप में आ जाते हैं ,
फिर क्या इन्हे लगता है की ये नहीं तो
कोई और सही मुझसे इससे बेटर
इंसान मिल जाएगा तो मैं इसके
नखड़े या इसकी बाते क्यों झेलू ?
ये ऐटिटूड हो गया है लोगो का
और इसी ऐटिटूड के चक्कर में लोगो को
फॉर गैरेँटेड लेने लगते हैं ,
यार जितना आसान रिस्ता बनाना होता है न
तोह उतना ही मुश्किल उसे निभाना होता है ,
अपनी दो पल के खुशियों के लिए
लोगो के ज़ज़्बातो से खेलना बंद करो ,
अगर सच्चे दिल से किसी को चाहते हो ,
तभी बोलो वर्ना नहीं ,

दर्द भरी कविता हिंदी में

आई लव यु तो बहुत लोग कहते है
पर ऐसे कितने लोग हैं आपकी लाइफ में
जिन्होंने आई ट्रस्ट यू कहा है ,
बहुत कम न …..
भरोसा करना बहुत आसान होता है
लेकिन उस भरोशे को कायम रख पाना
वाकई बहुत बड़ी बात होती है ,
और जब ये भरोषा एकबार टूट जाता है न
तो बहुत दर्द होता है क्योकि भरोसा
एक ऐसी चीज़ है जिसके टूटने पर
कोई आवाज़ तो नहीं आती है ,
लेकिन उसकी गूंज ज़िंदगी भर सुनाई देती है ,

कभी चाल कभी मकसद
कभी मंसूबे यार होते हैं ,
इस दौर में नमस्कार के भी
मतलब हजार होते हैं ,
बात कोई नहीं मानता लेकिन
बात का बुरा सभी मान जाते हैं ,
ज़रूरत नहीं फिक्र हो तुम
करना पाउ कहि भी वह ज़िक्र हो तुम
एक वक्त ऐसा आता है की सब
ठीक होने के वाबजूद भी
दिल मुस्कुराना भूल जाता है ,
लत तुम्हारी लगी है
इल्जाम मोबाइल पर आता है ,
खुश इसलिए भी रहते हैं
क्योकि मनाने वाला कोई नहीं ,
कुछ लोगो की भेल्यु तब समझ में
आता है ,जब वो चले जाते हैं ,
मैं भी तलाश में हु किसी अपने की
कोई तुमसा तो हो पर किसी और का नहीं ,

Best Breakup Poetry in Hindi

एक दिन शिकायत तुम्हे
वक्त से नहीं खुद से होगी
की ज़िंदगी सामने पड़ी थी
और तुम दुनिया में उलझे रहे ,
अजीब तरह से गुजर रही है ज़िंदगी
सोचा कुछ किया कुछ
हुआ कुछ और मिला कुछ
हम उस दौर में जी रहे हैं
जहां मासूमियत को वेबकूफी कहा जाता है ,
शिकायतों को भी इज्जत होती है
हर किसी से नहीं की जाती
मुफ्त में नहीं सीखा है
उदासी में मुस्कुराने का हुनर
बदले में ज़िंदगी की हर
ख़ुशी तबाह किया है मैंने ,
कुछ रिश्ते अजीब होते हैं
जोड़े भी नहीं जाते तोड़े भी नहीं जाते
इतनी फिक्र मेरी भी नहीं करता
ये दिल जितनी फ़िक़ तेरी करने लगा है

तुमसे दूर जाने की हिम्मत नहीं मुझमे
पास रहूंगा ऐसा नसीब नहीं मेरा
इसक न होने के बस दो ही तरीके थे
या तो तुम न होते या दिल न होता
यह दुनिया है ज़नाब यंहा सूंदर सकल के
लिए साफ़ दिल को छोड़ दिया जाता है ,
ज़िंदगी यही है जो जी रहे हैं ,
यह करोगे वह करोगे ये तो खुवाब है
मेरी सादगी से इसक कर पाओगे तो बताना ,
मानता हु चेहरा कुछ ख़ास नहीं मेरा
किस्मत में तुम हो या न हो
दिल में हमेशा तुम रहोगे ,
उसने यह कहकर छोड़ दिया मुझे
तुम्हे हमसे कोई बेहतर मिलजायेगा ,

जन्मदिन की शुभकामनाएं कविता।

सैनिक पर कविता।

शहीद भगत सिंह पर कविता हिंदी में

स्वतंत्रता दिवस पर कविता।

गांधी जयंती पर कविता

माँ पर कविता

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