Bhagwan Mahavir Quotes in Hindi
Bhagwan Mahavir Quotes in Hindi on education
इस पोस्ट के अंदर 40 से अधिक Bhagwan Mahavir Quotes दिए गए है इनके महान विचार पर चलने वाले लोग अपना उद्धार खुद से किये उन्होंने कई देशो में अपना उपदेश को फैलाया लोगो को अच्छे मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया आज हम उनके कुछ महान विचारो Bhagwan Mahavir Quotes को आपके साथ शेयर किया है।
भगवन महावीर के जन्म वैशाली के छत्रिय परिवार में हुआ था उनके पिता का नाम सिद्धार्थ का नाम त्रिशाला था बर्दमान चैत के शुक्ल पक्ष त्रयोदसी को सोमवार के सुबह में उनका जन्म हुआ था। भगवन महावीर एक ऐसे महात्मा थे जो राज पाट को छोड़कर तप त्याग का रास्ता चुने थे उनके अंदर महानता का लक्षण बचपन से दी दिखने लगा था जब उनकी उम्र 30 वर्ष वही तब उन्होंने केशलोच के साथ उन्होंने अपना घरवार सब त्याग दिए 12 वर्ष तक कठोर तपस्या करने के वाद जम्बक में एक शाल बृक्ष के निचे उन्हें सच्चा ज्ञान प्राप्त किये।
किसी के अस्तित्वा को मत मिटाओ शांति पूर्वक जियो और दूसरे को भी जीने दो।
आपत्काल में मन को डवांडोल नहीं होने देना चाहिए।
सभी मनुष्य अपने स्वं के दोष की वजह से दुखी रहते हैं वे खुद अपनी गलती सुधार कर सुखी रह सकते हैं।
स्वरुप दृस्टि से चैतन्य एक समान है ,यह अद्वैत भावना ही अहिंसा का मुलधार है।
आपकी आत्मा से पड़े कोई भी सत्रु नहीं है ,असली सत्रु आपके भीतर रहते हैं वो सत्रु है क्रोध घमंड लालच ,आसक्ति और नफरत।
Lord Mahavir Quotes in Hindi -भगवान महावीर के अनमोल वचन
एक सच्चा इंसान उतना ही विश्वसनीय है जितना -माँ उतना ही आदरणीय है। जितना -गुरु उतना ही परमप्रिय है जितना ज्ञान रखनेवाला व्यक्ति।
भयभीत व्यक्ति तप और साधना का सैयाम छोड़ देता है। वह किसी भी गुरुतर दायित्व को निभा नहीं सकता और न ही किसी का सहायक हो सकता है।
सुखी जीवन जीने के लिए दो बाते हमेशा याद रखे ,अपनी मृत्यु और भगवान्।
हर एक प्राणी के प्रति दया रखो ,घृणा से विनास होता है।
अभय दान सर्वश्रेठ दान है।
Mahavir Swami Quotes in Hindi – महावीर स्वामी के 40+ सर्वश्रेष्ठ अनमोल विचार
जितने पर गर्व न करे न ही हारने पर दुःख।
स्वं से लड़ो बहरी दुश्मनो से क्या लड़ना ?जो सुन पर बिजय प्राप्त कर लेगा उसे आनद की प्राप्ति होगा।
लोभ ,क्लेश ,और कषाय ,परिग्रह रूपी बृक्ष के तने हैं और चिंता रूपी सैकड़ो सघन और विस्तीर्ण उप सखाये हैं।
देवो सहित समग्र जगत में भी जो भी दुःख है वो सब कयासक्ति के कारण ही है।
जिस तरह आपको दुःख पसंद नहीं है इसी तरह दूसरे भी इसे पसंद नहीं करते यह जानते हुए आपको दूसरे के साथ वही व्यवहार करना चाहिए जो आपको खुद के लिए पसंद हो।
भगवान महावीर के संदेश-Messages of Lord Mahavir
जन्म का मृत्यु द्वारा नौजवानी का बुढ़ापे द्वारा और भाग्य का दुर्भाय द्वारा स्वागत किया जाता है इसी प्रकार दुनिया में सबकुछ क्षणिक है
आत्मा अकेले आती है और अकेले चली जाती है ,न कोई उसका साथ देता है न कोई उसका मित्र बनता है।
जो व्यक्ति संसार के पिपासा -तृष्णा से रहित है उसके लिए कुछ भी कठिन नहीं है।
किसी भी जिव को नुकसान न पहुचाये गाली न दे अत्याचार न करे उसे दास न बनाये।उसका अपमान ना करे उसे सताए अथवा प्रताड़ित न करे तथा उसकी हत्या न करे।
अज्ञानी साधक उस जन्मांध व्यक्ति की तरह है जो छेदो वाली नाव पर चढ़कर नदी पार जाना चाहता है लेकिन तट आने से पहले ही बीच धार में डूब जाता है।
Bhagwan Mahavir Quotes for student
जिस प्रकार धागे से बंधी सुई खो जाने से सुरक्षित है इसी प्रकार स्वं अध्यन में लगा व्यक्ति खो नहीं सकता।
सुख में और दुःख में आनद में और कष्ट में हमे हर जीव के प्रति वैसी भावना रखनी है चाहिए जैसे हम अपनी प्रति रखते हैं।
अपनी आत्मा पाप करके भी अहंकार करती है।
अपनी विद्वता पर गर्व करना सबसे बड़ा अज्ञान है।
भगवान् का अलग से कोई अस्तित्व नहीं है कोई भी सही दिशा में अपना श्रेष्ठ प्रयाश करके देवत्व को प्राप्त कर सकता है
भगवान महावीर के अनमोल वचन विद्यार्थियों के लिए
ज्ञान और कर्म में ही मोक्ष प्राप्त होता है मोक्ष में आत्मा सुखमय रहता है। उस सुख की न कोई उपमा ही है और न ही गणना ही।
क्रोध हमेशा अधिक क्रोध को जन्म देता है,क्षमा और प्रेम हमेशा अधिक क्षमा और प्रेम को जन्म देता है
किसी आत्मा के सबसे बड़ी भूल खुद के असली रूप को नहीं पहचानता हैऔर यह ज्ञान से ही प्राप्त होता है।
अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है।
सभी जीवित प्राणियों के प्रति सम्मान अहिंसा है।
प्राप्त हुआ। बड़े बड़े राजा उनके बताये गए रास्तो पे चलने लगे। 30 वर्ष तक भगवान महावीर ने त्याग प्रेम और अहिंसा का सन्देश फैलाया। भगवान महावीर जैन धर्म के 24वे तीर्थकर थे भगवान महावीर को मात्र पांच वर्ष की आयु में ही उन्हें पढ़ने के लिए गुरुकुल भेजा गया था वे संस्कृत के प्रकांड विद्वान थे किन्तु वे बाल्य अवस्था में ही अध्यात्म के बारे में सोचते रहते थे विश्वबाधुत्व और समानता का आलोक फ़ैलाने वाले महावीर 72 वर्ष की आयु में बिहार के पावापुरी में दिवाली से एक दिन पहले उनकी मृत्यु हो गयी जैन धर्म में अहिंसा तथा कर्मो की पवित्रता पर विशेष बल दिया जाता है उनका तीसरा मुख सिद्धांत अनेकांत वाद है।
Top 40+Life Changing Quotes By Mahavir
पापी से घृणा न करो उसके पाप से घृणा करो ,क्योकि पूर्ण निष्पाप तो तुम भी न होंगे।
एक ब्रहमचर्य की साधना करके अनेक गुण स्वान अधीन हो जाते हैं जो सुद्ध भावना से ब्रह्मचर्य पालन करता है वास्तव में वही भिक्षु है। तपो में सर्वोत्तम तप ब्रह्मचर्य है।
ऐसा सत्य बोलना चाहिए जो हित और ग्रहा हो।
वैरी वैर करता है और दुसरो के वैर का भागी होता है इस प्रकार वैर से बैर आगे बढ़ता जाता है।
सैयम के प्रति अरुचि से मुक्त रहने वाला मेधावी साधन पलभर में ही बंधन मुक्त हो जाता है।
Lord Mahavir Quotes Inspirational Quotes in hindi
ज्ञान के समग्र प्रकाश से अज्ञान एक मोह के विवर्जन से तथा राग एवं द्वेष के क्षय से आत्मा एकांत सुख स्वरुप मुक्ति को प्राप्त करता है
अस्तित्व सदैव अस्तित्वा में और अनस्तित्व अनास्तिव में परिणित होता है अर्थात सत सदा सत ही रहता है।
जो प्राणियों की हिंसा करता है दुसरो से कांपता है,या हिंसा करनेवालों का अनुमोदन करता है ,वह संसार में अपने लिए वैर बढ़ाता है।
ताप का आचरण तलवार की धार पर चलने के समान दुष्कर है तप के द्वारा पूजा-प्रतिकारी अभिलाषा नहीं होना चाहिए।
वह जिसकी सहायता से हम सत्य को जान सकते हैं चंचल मन को नियंत्रित कर सकते हैं और आत्मा को सुद्ध कर सकते हैं उसे ,ज्ञान कहते हैं।